Hindi poetry on life : प्यार और स्नेह धारा है एक विद्युत् तरंग जैसा - Ranjan Kumar - Ranjan Kumar Dil ❤ Se - Poetry and Works of Ranjan Kumar

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Thursday, May 23, 2019

Hindi poetry on life : प्यार और स्नेह धारा है एक विद्युत् तरंग जैसा - Ranjan Kumar

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प्यार और स्नेह धारा है एक 
विद्युत् तरंग जैसा ..


निरंतर प्रवाहित 
है जो 
समान तरंगदैर्ध्य से ,
सदृश तरंग दैर्ध्य के बीच ,


और अलौकिकता की भावना से
ओतप्रोत
अगर ये आलोकित है,


और निस्वार्थ तरंगों में
प्रवाहमान है अगर..


तो फिर सफ़र
इश्वरत्व की ओर है
और निर्वाण
फिर बहुत दूर नहीं !!


- रंजन कुमार 

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