Emotional love poem : यादों को सिरहाने रख देता हूँ - Ranjan Kumar - Ranjan Kumar Dil ❤ Se - Poetry and Works of Ranjan Kumar

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Friday, July 05, 2019

Emotional love poem : यादों को सिरहाने रख देता हूँ - Ranjan Kumar

love

यादों को सिरहाने रख देता हूँ ,
ले जाना जब फुरसत पाओ !

क्या पता मै खोया हूँ ख्वाबों में,
मुझसे मिलने जब तुम आओ !! 

मुझको सोते से नहीं जगाना ,
मै वक़्त की लोरी सुन सोया हूँ !


तुमको ये लोग बता देंगे
पाया क्या,और क्या क्या खोया हूँ !!


राहें तकते बीत गए युग ,
मुंदी न पलकें पल भर को भी !


अब चिर निद्रा है तुम आये हो,
आना था तुमको भी अब ही ?


- रंजन कुमार

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